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Click hereतो हीना बोली, “नौकर का लंड बिल्कुल तेरे जैसा अनकटा है और बहुत लम्बा और मोटा है। जब उसका लंड खड़ा हो जाता है तो वो करीब नौ इंच और तीन इंच मोटा हो जाता है। अब वो नौकर घर में नंगा ही रहता है और जब भी जी करता है वो ननद, सास या मुझे कहीं भी पकड़ कर चूची मसलते हुए चोदना शूरू कर देता है। वैसे उसका चोदने का फ़ेवरिट स्टाईल पीछे से चूत में लंड डाल कर चुदाई करने का है।”
हीना आगे बोली: अभी कुछ दिन पहले मैं और मेरी सास किचन में थे। वो नौकर कहीं बाहर काम कर रहा था। अचानक वो नौकर किचन में आया और किसी से कुछ ना कहते हुए उसने सास की सलवार पीछे से पकड़ कर नीचे खिसकायी और उनको झुका कर उनकी चूत में पीछे से अपना लंड पेल दिया और लगा दना-दन धक्के मारने।
मैं जब उससे बोली कि, “अरे संतराम! इतनी जल्दी क्या है? अम्मी कहीं भाग तो नहीं रही। कमरे में ले जाकर बिस्तर पर चोदो।”
तो वोह बोला, “मैं क्या करूँ? मैंने अभी अभी बाहर एक कुत्तिया को कुत्ते से चुदते देखा और मैं गरम हो गया हूँ। इसलिए मैडम को अभी इसी वक्त चोदना है। हाँ बाद में मैं आपको कमरे में ले जाकर पलंग पर लिटा कर आपको नंगी करके चोदूँगा, लेकिन अभी मुझे अपने लंड का पानी मैडम की चूत में निकाल लेने दो।”
इतना कह कर उस नौकर ने करीब पंद्रह मिनट तक चोदा और अपने लंड की पिचकारी से सास की चूत को भर दिया। सास भी कुछ नहीं बोली और चुदने के बाद सलवार से अपनी चूत पोंछ ली और मुस्कुराने लगी। नौकर अपने लंड को अम्मी की सलवार से पोंछ कर बाहर चला गया और जाते वक्त मुझसे बोल गया, “छोटी मैडम, खाना खाने के बाद मैं आपको चोदना चाहता हूँ। खाने के बाद आप किसी और से चुदने ना चली जाना, समझी?”
मैं उससे बोली कि “अगर अब्बू ने बुला लिया तो?”
तो वो बोला, “अरे साहब के लिए आपकी ये सास और आपकी ननद है ना। वो उन दोनों की चूत और गाँड में अपना लंड डाल कर उनको चोदेंगे और मैं आपकी चूत में अपना लंड घुसेड़ कर आपको चोदूँगा।”
नौकर की बात सुन कर मेरी सास नौकर से बोली, “अरे तेरा लंड है या चुदाई की मशीन? अभी-अभी मेरी चूत चोद-चोद कर भोंसड़ा बनाई है और अभी फिर हीना बेटी से बोल रहा है कि आपको चोदना है? चल अभी अपने काम पर जा। दोपहर की दोपहर देखी जायेगी।”
मैं भी नौकर को देख कर हाँ बोल दी और वो नौकर चला गया।
मैं अब तक चुपचाप हीना के मुँह से हीना की ससुराल की कहानी सुनता रहा। फिर मैंने हीना से पूछा, “क्यों जानेमन, यह बता कि तुझे शरम नहीं आती? अपने ससुर के सामने या अपने नन्दोई के सामने चूत खोल कर लेटना और उनके लंड को अपनी चूत में डलवा कर चुदवाना?”
तो हीना मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी चूची से लगाते हुए बोली, “हाँ, पहले-पहले मुझे अपने ससुर या नन्दोई के सामने नंगी होने में या उनसे चूत चुदवाने में थोड़ी शरम आती थी, लेकिन मेरी ससुराल में चुदाई के साथ-साथ शराब भी खुल कर चलती है और थोड़ा नशा सवार हो तो सारी शरम हवा हो जाती है, उल्टे जब मेरी चूत में खुजली चलती है, मैं तब ससुर या अपने नन्दोई का लंड पकड़ कर उनसे बोलती हूँ, “मुझे चोदो ना एक बार, मेरी चूत में खुजली हो रही है और चूत को लंड की भूख लगी हुई है।” और तब वो लोग मुझे वहीं जमीन या बिस्तर पर पटक कर या मेज या कुर्सी पर झुका कर मेरी चूत में अपना लंड डाल देते हैं और चोद देते हैं।”
मैंने तब हीना से पूछा, “चुदैल हीना, तूने इतनी चूत मरवायी है, लेकिन अभी तक गाँड नहीं मरवायी?”
हीना बोली, “नहीं मैंने अभी तक अपनी गाँड से किसी का लंड नहीं खाया था। तूने ही पहली बार मेरी गाँड में अपना लंड घुसेड़ा है।”
मैंने फिर पूछा, “लेकिन क्या तेरी सास या तेरी ननद भी अपनी गाँड नहीं मरवाती है?”
हीना तुनक कर बोली, “अरे मेरी सास और ननद तो खुब गाँड मरवाती हैं। कभी-कभी तो मेरे ससुर या नन्दोई मुझे चोदने के बाद मेरी सास या मेरी ननद को उसी बिस्तर पर उल्टी लिटा कर मेरे सामने ही उनकी गाँड मारते हैं।”
मैंने तब हीना से पूछा, “तेरे मायके में तेरी ससुराल में फ़्री चुदाई का किस्सा मालूम है?”
तब हीना बोली, “पहले नहीं मालूम था। लेकिन एक बार मेरी अम्मी मेरी ससुराल आयी थी और तब उन्होंने मुझे अपने ससुर और नन्दोई से चुदवाते देख लिया।”
मैंने पूछा, “तब क्या हुआ?” कोहराम मच गया होगा?”
हीना मुस्कुराते हुए बोली, “नहीं। पहले तो अम्मी थोड़ी-बहुत बिगड़ी लेकिन जब नन्दोई से मेरी सास को चुदते देखा तो वो चुप हो गयी। फिर एक दिन उनको भी मेरे अब्बू ने मेरी बगल में लिटा कर उनकी सलवार खोलकर चूत नंगी कर के चोद दिया। अम्मी ने भी मस्त हो कर अपनी कमर उछाल-उछाल कर अब्बू से खूब चुदवया। तब रात को अम्मी ने मेरे नन्दोई से भी नंगी होकर सास के साथ एक ही बिस्तर पर लेट कर खूब चुदवया और सास की चूत को चाट-चाट कर साफ़ किया। अब जब भी मेरी अम्मी मेरी ससुराल आती है तो वो खूब मज़े से मेरे ससुर या नन्दोई से खूब चुदवाती है।”
मैं हीना की चूत को चूमते हुए उसकी चूचियों को मसल कर बोला, “हीना जानेमन, लगता है कि तेरी अम्मी भी तेरी तरह बहुत चुदक्कड़ है और अपनी चूत से बहुत लंडों का स्वाद चख चुकी है। क्या तेरी अम्मी ने तेरी ससुराल में अपनी गाँड नहीं मरवायी?”
हीना अपनी कमर उठा कर मेरे मुँह में अपनी चूत को और जोर से रगड़ते हुए बोली, “हाँ, मेरी अम्मी ने मेरे ससुर और नन्दोई से अपनी गाँड भी बहुत बार मरवायी है। कभी-कभी मेरे ससुर और नन्दोई ने उनको एक साथ चोदा है। एक मेरी अम्मी को अपने ऊपर चढ़ कर उनकी चूत में अपना लंड घुसेड़ कर चोदता है और दूसरा उनके नीचे से उनकी गाँड में अपना लंड पेलता है। और मेरी अम्मी दोनों के बीच दब कर झूम-झूम कर अपनी चूत और गाँड से दोनों का लंड खाती है। मैंने ही अब तक अपनी गाँड बचा कर रखी थी और आज तूने मेरी गाँड की सील तोड़ दी। अब मैं भी अपनी ससुराल जाकर अपने ससुर नन्दोई और उस नौकर से अपनी गाँड चुदवाऊँगी।”
मैंने तपाक से पूछा “क्यों तेरे ससुराल वाले पूछेंगे नहीं, अचानक तेरे में ऐसा चेंज कैसे हुआ?”
हीना बोली, “तो क्या हुआ? मैं उनसे आज रात की हमारी चुदाई की दास्तान बता दूँगी। उनको भी तो पता लगे उनके घर की बहू सिर्फ़ घर के अंदर ही नहीं चुदती, बाहर भी चुदवाती है। मुझे मालूम है कि मेरी सास और मेरी ननद अपने घर के अलावा भी बाहर के लोगों से मौका मिलते ही अपनी चूत चुदवा लेती हैं।”
मैं अब तक हीना की बातों को सुन कर बहुत हैरान और गरम हो गया था। मैं हीना से बोला, “मुझे तेरी ससुराल की फ़्री सैक्स और फ़्री चुदाई सुन कर तेरी ससुराल जाने का मन कर रहा है।”
तो हीना मुझसे बोली, “अभी तू मुझे चोद। देख मैं तुझसे चुदने के लिए अपनी चूत खोले बैठी हूँ।”
इतना बोल कर हीना ने अपनी दोनों टाँगें फ़ैला दी और अपने हाथों से अपनी चूत को खोल कर मुझे दिखाने लगी। मैंने तब बिस्तर पर लेट कर हीना को खींच कर अपने ऊपर चढ़ा लिया। हीना ने भी अपने हाथों से मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत से भिड़ा कर मेरे ऊपर बैठ गयी और उछल-ऊछल कर अपनी चूत चुदवाती रही। मैं नीचे लेटा-लेटा हीना की दोनों चूचियों को अपने हाथों में लेकर मसलता रहा और बीच-बीच में अपना हाथ नीचे ले जा कर हीना की गाँड में उँगली करता रहा।
थोड़ी देर के बाद हीना के उछलने की रफ़्तार तेज़ हो गयी और मैं समझ गया कि अब हीना झड़ने वाली है। तब मैं भी नीचे से अपनी कमर उठा-उठा कर हीना की चूत में झटके के साथ अपना लंड पेलता रहा। थोड़ी देर के बाद मैं और हीना दोनों एक साथ झड़ गये। हम लोग उठ कर बाथरूम में जा कर थोड़ा फ्रैश हुए और कमरे में आ गये। घड़ी की तरफ़ देखा तो सुबह के साढ़े चार बज रहे थे। इसलिए मैंने और हीना ने अपने अपने कपड़े पहन लिये और मैं चुपचाप अपने कमरे में चला आया और बिस्तर पर सो गया। जब आँख खुली तो देखा कि दोपहर के ढाई बजे हैं। मैं बाहर आया तो हीना का कमरा बँद देखा। नीचे रिसेप्शन पर पूछने से मालूम हुआ कि हीना और उसका शौहर सुबह ही कमरा छोड़ कर चले गये। मुझे बहुत अफ़सोस हुआ कि मैंने हीना क फोन या मोबाईल नम्बर नहीं लिया है।
॥॥। समाप्त ॥॥॥